हौसला रख उठ जरा हिम्मत तो कर
हैं दम वो तुझमे भी समझ ले बेखबर।
है कमी विश्वास की पर हौसला न छोरना
हर कदम पथ पर बढे ना रहा दूजा मोड़ना
बस एक जरा तू उमीद की आश कर
खोई हुई मंजिल की तू तलाश कर
हर मोड़ जगमगायेगा दीपक तेरे उम्मीद का
न आंसुओ का कारवा , न जश्न कोई ईद का
बस आस की ज्योति को तुम सम्हालना
बुझ जाये न दीपक न हिम्मत हारना
हार ही तो जीत का पहला सबक है
साथ जो विश्वास के बढ़ता है हरपल
जिंदगी में जीत पर उसका ही हक़ है
हैं दम वो तुझमे भी समझ ले बेखबर।
है कमी विश्वास की पर हौसला न छोरना
हर कदम पथ पर बढे ना रहा दूजा मोड़ना
बस एक जरा तू उमीद की आश कर
खोई हुई मंजिल की तू तलाश कर
हर मोड़ जगमगायेगा दीपक तेरे उम्मीद का
न आंसुओ का कारवा , न जश्न कोई ईद का
बस आस की ज्योति को तुम सम्हालना
बुझ जाये न दीपक न हिम्मत हारना
हार ही तो जीत का पहला सबक है
साथ जो विश्वास के बढ़ता है हरपल
जिंदगी में जीत पर उसका ही हक़ है
NICE POEM SNEHI KEEP IT UP....
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